जागरूकता लेख विस्तार से

जानकारी और जागरूकता - विकास की पहली आवश्यकता:

17 सितंबर 2018   लिखित द्वारा डॉ। डॉ। सत्यपाल सिंह मीणा


इस लेख का हिस्सा


03.05.2018 * जानकारी और जागरूकता - विकास की पहली आवश्यकता: * गांवों या शहरों में विकास के अभाव का कारण, सरकारी योजनाओं और सरकारी निधि (FUND) की कमी नहीं बल्कि सरकारी योजनाओं और उनके कार्यान्वयन की प्रकिया की सही जानकारी का अभाव और सरकार निधि के सदुपयोग के प्रति लोगों की जागरूकता की कमी है। वर्तमान में विकास प्रकिया में सक्रिय जन भागीदारी या जन भागीदारी का अभाव ही नहीं है, बल्कि पूर्ण उदासीनता भी है। "" नृप होउ, हमें का नुकसान "कहावत आज भी प्रासंगिक है। लोकतंत्र केवल एक चुनावी प्रकिया मात्र बनकर रह गया है और चुनाव आज भी जाति, धर्म, संप्रदाय की राजनीति के इर्द-गिर्द धनबल, गुंडागर्दी, नफरत और नफरत फैलाने वाले हथियारों के सहारे संचालित हैं। स्वास्थ्य सुविधाएँ, अच्छी शिक्षा, स्वच्छ पेय, आवास सुविधा, कानून व्यवस्था इत्यादि आज भी हमारे लिए कभी सच न होने वाले सपने हैं। इन परिस्थितियों में केवल सरकार और प्रशासन की आलोचना करना और अपने नागरिक स्लावों का पालन न करना लोकतंत्र का सबसे बड़ा अपमान है। संविधान और लोकतांत्रिक प्रक्रिया ने हमें सभी अधिकार दिए हैं ताकि हम एक सभ्य नागरिक समाज का निर्माण कर सकें और जीवन की मूलभूत सुविधाओं को प्रत्येक व्यक्ति को उपलब्ध कर सकें। अतः प्रत्येक सजग नागरिक का कर्म है कि विकास के लिए आवंटित प्रत्येक रुपए की न केवल निगरानी करें, बल्कि यह सुनिश्चित करें कि उसका सही स्थान उपयोग हो। सांसद निधि, विधायक निधि, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत को आवंटित राशि का किस प्रकार उपयोग किया गया है और उसके माध्यम से कौन-कौन से विकास कार्य हुए हैं; उसकी जानकारी इस प्रकार प्राप्त की जा सकती है | http://www.planningonline.gov.in/HomeAction। कर… इस नंबर के माध्यम से ग्राम पंचायत द्वारा कराये गए कार्यों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ग्राम पंचायत को कितनी निधि किस-किस मद के लिए आवंटित की गई है और उसका उपयोग किस प्रकार किया गया है। यह जानकारी भी ले सकते हैं। इसकी विस्तृत प्रकिया इस प्रकार हैं: 1. इस सूची [साइट का नाम_ योजना प्लस 2.0] पर क्लिक करने के बाद, सबसे पहले अपनी सुविधा के अनुसार भाषा का चयन करें जो कि इस साइट के सबसे ऊपर उपलब्ध है। 2. इसके उपरांत रिवर्स साइड में नीचे नागरिक अनुभाग में "स्वीकृत कार्य-योजना का विवरण" का चयन करें और इसके उपरांत राज्य और संबंधित जिले का चयन करें। 3. अगली प्रक्रिया में ग्राम पंचायत कॉलम पर क्लिक करें और उसके बाद ब्लॉक और ग्राम पंचायत का चुनाव कर अपने ग्राम पंचायत के विचार (Aprroved) वार्षिक प्लान चैक कर सकते हैं। यहाँ पर आप ग्राम पंचायत को मिलने वाली वार्षिक अनुदान, खर्च और होने वाले कार्यों की जानकारी हासिल कर सकते हैं। ४। ग्राम पंचायत को मिलने वाले अनुदान को देखकर आपको खुशी होगी कि आपके गांव के लिए सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत कितना पैसा दिया गया है। सरकार और प्रशासन द्वारा यह सभी जानकारी ऑनलाइन वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जाती है। यह प्रत्येक जिम्मेदार नागरिक का कर्म है कि वह अपने ग्राम के विकास के लिए आने वाली निधि का सदुपयोग सुनिश्चित कर, ग्राम विकास में सहयोग करे। 5. इसके अतिरिक्त इस सूची के माध्यम से ही आप ग्राम विकास से संबंधित अपनी सुझाव सरकार को दे सकते हैं। सत्याया ग्राम मसा के माध्यम से ग्राम विकास से संबंधित सभी प्रस्ताव और सुझाव रखे जाते हैं लेकिन, सरकार ने यह सुविधा उपलब्ध कराई है कि आप अपने सुझाव ऑनलाइन भी दे सकते हैं। तत्पश्चात आपके सुझाव और प्रस्ताव जिला योजना समिति के समक्ष रखे जाएंगे और उचित सुझाव होने पर सरकार के पास अनुमोदन और निधि आवंटन के लिए भेज दिया जाएगा। 6. उपर्युक्त सूची के अलावा आप इस सूची का उपयोग http: //rdprwms.raj करें। डांग क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम और गुरु गोवलकर जन भागीदारी योजना इत्यादि योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न कार्यों के विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जैसा कि सबको विदित है कि किसी भी संसदीय क्षेत्र के सांसद महोदय एक वर्ष के दौरान 5 करोड़ की राशि के विकास कार्य अपने क्षेत्र में करा सकते हैं। इसी प्रकार के विधायक अधिकारियों (आरक्षित विधानमंडल) 1 वर्ष के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र में 2 करोड़ के विकास कार्य कर सकते हैं | इसी प्रकार ग्राम पंचायत को एक वर्ष के दौरान विभिन्न स्रोतों से अपनी ग्राम पंचायत में 60 लाख रुपये के विकास कार्यों के लिए मिलते हैं। सांसद निधि और विधायक निधि के विकास कार्य पंचायत समिति या ग्राम पंचायत द्वारा संपन्न किए जाते हैं। उदाहरण के लिए पेयजल संकट के लिए करौली जिले में सांसद महोदय द्वारा वित्त वर्ष 2017-18 में प्रत्येक ग्राम पंचायत में टैंक पेयजल विथान, क़षि कार्य और मवेशी जीवो को जल संरक्षण उपलब्ध कराने के लिए पानी टैंकर, माउंटेड ऑन एग्रीकल्चर ट्रेक्टर टेलर (क्षमता 5000 लीटर) द्वारा पेयजलापूर्ति की गई। इसके अंतर्गत 1 लाख 66 हजार रुपये ग्राम पंचायतों को दिए गए थे। यह हमारी संवैधानिक कर्म है कि हमें यह जानकारी हो कि हमारी ग्राम पंचायत में सांसद निधि, विधायक निधि और अन्य योजनाओं में कौन-कौन से कार्य करने वाले हैं। कार्य करने के लिए बजट सरकार द्वारा आवंटित किया गया है। कार्य करने में कितने कार्य पूर्ण हुए हैं। ग्राम सभा में इन सभी विषयों पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए और ग्राम पंचायत द्वारा किए गए कार्यों का विस्तृत सिरा ग्राम सभा के समक्ष प्रस्तुत किया जाना चाहिए। हमारी उदासीनता और निष्क्रियता ही हमारे पिछड़ेपन के लिए जिम्मेदार है। जन जागरूकता और आमजन की सक्रिय भागीदारी से ही हम, विकास के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। सोच बदलो गांव बदलो टीम द्वारा जन जागरूकता का अभियान निरंतरता के साथ चलाया जा रहा है। इस लेख के माध्यम से हम सभी सहयोगियों से अपील करते हैं कि इस जन जागरूकता की मुहिम में आप भी शामिल हों ताकि हम सब मिलकर देश को उन्नति के रास्ते पर ले कर जाएं। जय हिंद।