कहानी विस्तार से



19 जुलाई 2018    धनौरा

धनौरा की कहानी_मनीराम की जुबानी

कल धनौरा गॉव में हुए व्यापक बदलाव को प्रत्यक्ष रूप से देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । धनौरा गॉव में ऐसी कोई गली या मोहल्ला को नही देखा जहाँ सीवरेज लाइन और सीमेंटेड रोड नही थी ऐसे ही प्रत्येक घर मे टॉयलेट और बाथरूम बने हुए थे । गॉव में शानदार गौरव पथ बना हुआ था । सभी गॉव वालों के युगदान से सार्वजनिक धर्मशाला और पुस्तकालय लगभग पूर्ण होने वाला था । इसके अलावा गॉव के भामाशाहों द्वारा सीनियर स्कूल को एक मॉडल स्कूल बनाया गया था बहुत ही शानदार और जबरदस्त था ।।गॉव के बाहर नहर बनवाकर सीवरेज प्लांट के पानी से गॉव वाले सिंचाई करते है वास्तव में जल संरक्षण का एक अनोखा उदाहरण पेश किया। एक स्मार्ट विलेज स्मार्ट सिटी जैसा लग रहा था । धनौरा गॉव समाज मे हुए बदलावों का एक ऐसा नायाब और अनूठा उदाहरण है जिसके मात्र दर्शन करने से दिल मे समाज सेवा के प्रति एक जुनून और जज्बा पैदा होता कि हम भी अपने गॉव को स्मार्ट विलेज बनायेगे ।सामाजिक बदलावों का एक ऐसा धाम और तीर्थ स्थान जिसके दर्शन करने से समाज सेवा की प्रेरणा और एक ऊर्जा मिलती है । इस गॉव को स्मार्ट विलेज बनवाने में डॉ सत्यपाल और प्रियानन्द अगले सर (इको नीड्स फाउंडेशन का महत्वपूर्ण युगदान था इन दोनों महापुरुषो के द्वारा समाज को एक नई दिशा देने के लिए हार्दिक आभार

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