घटना का विवरण

बालिका शिक्षा ही महिला सशक्तीकरण का आधार है |

15 दिसंबर 2017 से 16 दिसंबर 2017 तक

समाज में समानता, स्वतंत्रता और लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने के लिए सबसे जरूरी है महिला सशक्तीकरण | बालिका शिक्षा ही महिला सशक्तीकरण का आधार है | सोच बदलो गांव बदलो टीम के कार्यक्रम "आओ पढ़े-आगे बढ़े" के माध्यम से न केवल बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है बल्कि माता-पिता को भी बालिका शिक्षा के महत्व के बारे में विस्तृत रूप से निर्दिष्ट किया जा रहा है। विद्यालय में अध्ययनरत बालिकाओं को आत्मविश्वास से भरने और भविष्य में अपने सपनों को साकार करने के लिए कठोर परिश्रम के लिए प्रोत्साहित करनािया जा रहा है | इसी प्रयास को आगे बढ़ाते हुए शारदे छात्रावास हँसाई में अध्ययनरत बालिकाओं ने धनोरा गांव का भ्रमण किया इस दौरान छात्राओं से व्यक्तिगत रूप से मुखातिब होने का अवसर मिला | बालकों के मन में भविष्य के प्रति सपने को देखकर बहुत खुशी हुई लेकिन बालिकाओं के मन में असुरक्षा की भावना स्पष्ट रूप से दिख रही थी परिवार और समाज में उनके साथ होने वाले व्यवहार के प्रति भी चिंता और असंतुष्ट स्पष्ट रूप से उजागर हो रही थी | कार्यक्रम के दौरान हमारी टीम के सदस्य श्री देवेंद्र सिंह जी, श्री लाखन सिंह जी और प्रोफेसर प्रियनंद अगले साहब ने बालिकाओं से सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने, उज्जवल भविष्य के सपने देखने और सपने को साकार करने के लिए कठोर मेहनत के लिए किया था।

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